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नवरात्रि में पाएं आर्थिक समृद्धि

हिन्दू धर्म में नवरात्रि को बहुत ही अहम माना गया है। भक्त नौ दिनों तक व्रत रखते हैं और देवी मां की पूजा करते हैं। साल में कुल चार नवरात्रि पड़ती है और ये सभी ऋतु परिवर्तन के संकेत होते हैं। या यूं कहें कि ये सभी ऋतु परिवर्तन के दौरान मनाए जाते हैं। सामान्यत: लोग दो ही नवरात्र के बारे में जानते हैं। इनमें पहला वासंतिक नवरात्र है, जो कि चैत्र में आता है। जबकि दूसरा शारदीय नवरात्र है, जो कि आश्विन माह में आता है। हालांकि इसके अलावा भी दो नवरात्र आते हैं जिन्हें गुप्त नवरात्र कहा जाता है। नवरात्र के बारे में कई ग्रंथों में लिखा गया है और इसका महत्व भी बताया गया है। इस बार आषाढ़ मास में गुप्त नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। यह अंग्रेजी महीनों के मुताबिक 3 जुलाई से 10 जुलाई तक चलेगा। इन दिनों में तांत्रिक प्रयोगों का फल मिलता है, विशेषकर धन प्रात्ति के रास्ते खुलते हैं। धन प्रात्ति के लिए नियमपूर्वक-विधि विधान से की गई आराधना अवश्य ही फलदायी सिद्ध होती है। नौकरी-पेशे वाले धन प्रात्ति के लिए ऐसे करें पूजा-अर्चना- गुप्त नवरात्रि में लाल आसन पर बैठकर मां की आराधना करें।  मां को लाल कपड़े में...

धनतेरस पर राशि के अनुसार क्या करनी चाहिए खरीदारी?

नमस्कार। पंच दिवसीय महापर्व दीपोत्सव की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। धनतेरस के दिन राशि अनुसार जातक क्या खरीदे और अक्षय संचय के रूप में कौन सी धातु अपने घर में संचित करके रखें जिससे मां लक्ष्मी स्थिर कदमों के साथ हम सभी के घरों में विराजे। धनतेरस के दिन ही यम दीप दान कैसे करें। इस बार धनतेरस 5 नवम्बर, 2018 को है और जो इलेक्ट्रोनिक गेजेट्स जिन धातुओं की मैं बात कर रहा हूं वो ही हम क्यों खरीदें। इसकी भी समग्र चर्चा लेकर मैं आपके समक्ष यहां उपस्थित हूं। जैसा कि मैंने आपको बताया धनतेरस 5 नवम्बर, 2018 को है। यद दीप दान भी इसी दिन किया जाता है। इसके अगले दिन रूप चतुर्दशी जिसे हम नरक चौदस के रूप में भी जानते हैं, अगले दिन अमावस्या  मां लक्ष्मी का महापर्व दीपावली। महालक्ष्मी पूजा इसी दिन संपन्न की जाती है। वृषभ लगन और सिंह लगन में क्यों इसकी जानकारी मैं अलग एपिसोड के माध्यम से आपके समक्ष प्रस्तुत करूंगा। उसके अगले दिन गोवर्धन पूजा और फिर भैया दूज के साथ इस पंच दिवसीय महापर्व का समापन हो जाता है। लाभ पंचमी और एकादशी और पूर्णिमा भी प्रमुख त्यौहारों में है। लेकिन धनतेरस से लेकर भैया दूज तक पंच महादिसवीय त्यौहार का एक अलग प्रमुख प्रारूप रहता है। अब सर्वप्रथम मैं आपको ये बता दूं कि हम सभी ग्रहजनित व्यवस्थाओं से संचरित हैं और उनके द्वारा चालित हैं। कई बार जब हम हमारे शरीर की बात करते हैं तो इसमें कई धातुएं मिलती हैं। आपने सुना होगा कि सोडियम की कमी से ये रोग हो गया, पोटेशियम की कमी हुई तो ये हो गया। आइरन शरीर में होना जरूरी है। ये सारी की सारी धातुएं हमारे शरीर के भीतर विद्यमान है और हमें लगातार चलायमान रख रही है। सूर्य की क्रिया से हमें प्राण तत्व लगातार मिल रहा है, ऑक्सीजन हमें लगातार मिल रहा है। उसके द्वारा हम चलायमान हैं और चलित अवस्था में सभी के समक्ष उपस्थित हैं। तो जब हम ग्रहों की बात करते हैं और उनसे जुड़ी हुई राशियों की बात करते हैं। यहां यह जान लेना आवश्यक है कि धनतेरस के दिन खरीदारी का एक मुख्य प्रयोजन यह भी है कि हमारे मन के भीतर एक शीतलता, एक सम्पन्नता का वास हो जाए और जिस ग्रह जनित व्यवस्था से, जिस प्रमुख ग्रह जनित व्यवस्था से हम जुड़े हुए हैं उसकी यदि शीतलता रूपी वास हमारे भीतर हो तो यह पंच दिवसीय महात्यौहार अपने पीक की ओर बढ़ता है, अपने चरमोत्कर्ष की ओर बढ़ता है। और महालक्ष्मी अपनी सम्पूर्ण कृपा और नेह हमारे ऊपर वर्षाती है। तो सर्वप्रथम जब हम मेष राशि वाले जातकों की बात करते हैं तो उन्हें क्या खरीदना चाहिए। यहां एक बात मैं स्किप कर गया। बारह ही राशि वाले जातकों को अक्षय संचय के रूप में रजत धातु, सिल्वर जरूर खरीदनी चाहिए और वह भी सवाये में खरीदनी चाहिए। सवाये का अर्थ क्या है। आप अपनी श्रद्धा और पॉकेट के अनुसार खरीदें। भले ही सवा सौ ग्राम खरीदें चाहे सवा किलो खरीदें, सवा पांच किलो खरीदें, इस बात का आप विशेष तौर पर ध्यान रखें वो सवाये के रूप में हो। बाारह ही राशि वाले जातकों को सवाये के रूप में चांदी जरूर खरीदनी चाहिए अन्य धातु और गेजेट्स हमने क्या खरीदने चाहिए, इसके बारे में मैं यहां जानकारी आपके समक्ष प्रस्तुत करने जा रहा हूं।
मेष :-
मेष राशि वाले जातकों को जो कि मंगल ग्रह जनित प्रधान राशि है, उनको मिट्टी के गमले जरूर खरीदने चाहिए। इसके बाद जहां भी आपकी जमीन है वहां पर आपको आखे चावल, अक्षत जरूर चढ़ाकर आने चाहिए। कुमकुम भी चढ़ाकर आएं तो बहुत ही बेहतर है उस जमीन के ऊपर। यानि कि भूमि पूजा आपको करनी चाहिए। तांबा और स्वर्ण मिश्रित धातु आपको जरूर खरीद कर खुद के घर में रख देनी चाहिए। यदि आप तांबा का कलश बनाएं तो बहुत ही बेहतर। कोई भी व्यक्ति यदि सूर्य जनित व्याधियों से जूझ रहा है, आत्मविश्वास की कमी से जूझ रहा है तो और यदि वो मेष राशि का जातक है तो उसे एक तांबा का कलश लेकर आना चाहिए। और अगले दिन से ही उस कलश के माध्यम से सूर्य पूजा शुरू करनी चाहिए। सूर्य को अघ्र्य देना चाहिए। ऊँ घृणि सूर्याय नम: मंत्र के साथ। मंगल सेनापति हैं और सूर्य ग्रहों में राजा हैं। जब सेनापति के इस धातु के द्वारा राजा की पूजा अर्चना की जाती है तो वह निश्चित रूप से प्रसन्नचित्त होते हैं तो ये रही मेष राशि वाले जातकों के लिए बात। यदि कोई यूथ है, मेष राशि वाले जातकों के लिए एक बात और बता दूं। यदि कोई यूथ है और उसका स्टेमना बहुत अच्छा है तो उसे कोई भी आप स्पोर्टस इक्यूपमेंट दिला सकते हैं, वह उसके लिए बेहतरीन होगा। मंगल फिटनेस के भी द्योतक हैं। तो आप कोई भी ड्यूल एप्रोच में है हसबंड वाइफ दोनों के लिए, पूरे परिवार के लिए कोई भी फिटनेस इक्यूपमेंट खरीद सकते हैं। तो बहुत ही बेहतरीन होगा भले ही आप डम्बल्स खरीदें या फिर भले ही कोई बहुत बड़ा इक्यूपमेंट खरीदें इसमें कोई हर्ज और परेशानी नहीं है। मेष राशि वाले जातकों को गुड़ और आटा मिश्रित हलवा जरूर खाना चाहिए। वह उनके आयुष्य में वृद्धि करता है और आप मिट्टी का कोई भी पात्र जरूर लेकर आएं और उसके भीतर इस दिन दाल पकाकर जरूर खानी चाहिए, जो हमारे भीतर उत्तेजना नाम का तत्व है वो थोड़ी सी शांत चित्त अवस्था में आने लगता है।
वृषभ :-
अब बात करते हैं वृषभ राशि वाले जातकों की। वृषभ राशि वाले जातकों को इस दिन खीर जरूर खानी चाहिए। खीर आयुष्य में वृद्धि करती है और उसे डोरा मिश्री में बनाकर खाएं तो आपके लिए बहुत ही बेहतरीन रहेगा। इसके अलावा डायमंड की आप ज्वैलरी खरीद सकते हैं। चांदी की पाजेब खरीद सकते हैं। इसके अलावा यदि आप कोई चीज पर्चेज करना चाहते हैं तो फैशनेबल आइटम्स जो भी आपके औरा में वृद्धि करता है, वैसे भी वृषभ राशि वाले जातक एक अलग औरा लिए हुए होते हैं। फैशनेबल रहना उन्हें बहुत अधिक पसंद होता है। तो आप ऐसी कोई भी ज्वैलरी खरीद सकते हैं, ऐसा कोई भी फैशनेबल इक्यूपमेंट खरीद सकते हैं। डिजाइनर वस्त्र खरीद सकते हैं। रेडिमेड गारमेंट की तरफ भी आप जाएं तो बहुत ही बेहतरीन रहेगा आपके लिए। चांदी आपको भी खरीदनी खरीदनी है।
मिथुन :-
अब जब हम मिथुन राशि वाले जातकों की बात करते हैं। द्विभाषीय राशि है ये। कांसा आपको जरूर खरीदना चाहिए। महिलाओं को हरी चूडिय़ां खरीदना चाहिए। मिथुन के जो ग्रह अधिपति हैं  बुध वो हरे रंग के द्योतक हैं। इनके लिए आपको हरी चूडिय़ां खरीदनी चाहिए। हरी साड़ी खरीदें तो बहुत बेहतर। बुध जनित व्यवस्थाओं के कारण ही कई बार पितृ दोष से व्यक्ति जूझता है तो ऐसा व्यक्ति जिसकी कुंडली में पितृ दोष है, धनतेरस के दिन यदि वो पीपल का वृक्ष लगाता है, जिसमें ब्रह्मा, विष्णु और महेश के साथ में हमारे पित्रों का भी निवास है। दीपावली के दिन वहां दीया करता है तो पितृ दोष से वो मुक्ति की ओर लगातार अग्रसर होता है तो मिथुन राशि वाले जातकों को चांदी के साथ में कांसा खरीदना चाहिए। हरे रंग की कोई भी वस्तु आप खरीदें तो आपके लिए बेहतरीन रहेगा और इसके साथ में हम आइरन के रूप में हरी सब्जियां लगातार खाते ही हैं, इस दिन भी आप विशेष तौर पर ध्यान रखें कि हरित वर्णी है आप। तो हरे रंग की कोई न कोई ऐसी सब्जी जरूर खानी चाहिए और वो अधिकता और प्रचुरता में हो इसके साथ में पन्ना जडि़त कोई भी ज्वैलरी आप पहनते हैं तो आपके लिए बहुत ही बेहतरीन रहेगा।
कर्क :-
अब जब हम कर्क राशि वाले जातकों की बात करते हैं। चन्द्रमा प्रधान राशि है यह। और लगातार चलायमान स्थितियों में है। चांदी में एक खनक भी है और एक चमक भी है। तो आपको इस वजह से एक तो चांदी की घंटी खरीदनी चाहिए और इसे पूजा स्थान में जरूर रखना चाहिए। इसके साथ में आप चांदी की पाजेब खरीदें और उसे जरूर पहनें जो आप तापीय अवस्था जो ग्रेवेटेशनल फोर्स के कारण महिलाएं तापीय अवस्था फिल करती है वो थोड़ी सी कमतर स्थितियों की तरफ आने लगेगी। चांदी की थोड़ी सी भारी पाजब पहन लेने की वजह से। खीर आपको भी बनानी चाहिए। मिश्री में ही बनाएं, आयुष्य में वृद्धि होगी। इसके अलावा यदि आप छोटी सी चांदी की गिलास लेकर आ सकते हैं, चांदी का कलश लेकर आ सकते हैं और उसे भी अपने पूजा स्थान में जगह दे सकते हैं तो बहुत ही अधिक बेहतरीन होगा आपके लिए। मोती पर्चेज करके यदि आप रखते हैं तब भी बड़े अच्छे रिजल्ट मिलते हैं। आयुर्वेदिक औषधि के रूप में सर्वथा पूजनीय श्यामा तुलसी का पौधा यदि आप घर पर लगाते हैं तब भी आपके लिए बहुत ही अच्छी और सुलभ स्थिति रहने वाली है।
सिंह :-
सिंह राशि के जातकों की जब भी बात करते हैं तो सूर्य प्रदान राशि है ये। सूर्य जो प्रकाश देते हैं, तपाते भी हैं तो इनके लिए आपको कोई न कोई ऐसा इलेक्ट्रानिक गेजेट जरूर खरीदना चाहिए जो प्रकाश देने वाला हो। इसके साथ में तांबा का कलश आप खरीदें। स्वर्ण धातु आप खरीदें तो बहुत ही अधिक बेहतरीन होगा। इसके साथ यदि आप पुराने घर की परम्पराओं में जाते हैं तो आपको धातु मिश्रित एक भास्कर दिखाई देते थे छोटे से बिन्दी के आकार के भास्कर दिखाई देते थे। सूर्य दिखाई देते थे। आज भी उस परम्परा को जीवित रखा जाना सिंह राशि के जातकों के द्वारा बहुत अधिक जरूरी है। ये उनकी जिम्मेदारी भी बनती है। इन्टरेसिक क्वालिटी भी उसी तरफ इंगित करती है। आप स्वर्ण और तांबा मिश्रित एक छोटे से भास्कर बनाएं और उन्हें अपने पूजा स्थान में यदि स्थापित नहीं कर रखा है तो जरूर स्थापित करें। इसके साथ में यदि आप व्हाइट शर्ट लेकर आते हैं तो बहुत ही बेहतरीन रहेगा। पुरुषों के लिए तांबे का कड़ा यदि कोई युवक पहनना चाहता है तो उसके लिए भी बड़े ही अच्छे रिजल्ट आते हैं। इस दिन आयुष्य के लिए आपको सूर्योदय के पूर्व गायत्री मंत्र का जाप निश्चित तौर पर करना चाहिए। सर्वसुलभ रिजल्ट आपको मिलेंगे।
कन्या :-
कन्या राशि वाले जातकों की जब हम बात करते हैं तो इन्हें भी कांसा खरीदना चाहिए। ये कम्युनिकेशन और संचार क्रांति जनित राशि है। बुध इसके अधिपति होते हैं। इस दिन आप विनायक की पूजा-अर्चना करें। उन्हें दुर्वा चढ़ाये। कांसा खरीदें चांदी के साथ-साथ तो बहुत बहेतरीन होगा। पन्ना जडि़त कोई भी ज्वैलरी आप अपने घर में लेकर आते हैं बहुत ही अच्छा रहेगा। और इसके साथ में कांसे के बर्तन जैसा कि मैंने आपको बताया वो भी आपको जरूर लेकर आना चाहिए। संचार क्रांति की जब हम बात करते हैं तो मोबाइल गेजेट खरीद कर ला सकते है। इसके अलावा यदि आप रेडियो जोकि है या किसी भी अन्य कम्युनिकेशन के क्षेत्र में काम करते हैं, किसी गेजेट को अपने घर में स्थान देते हैं तो बहुत ही अधिक बेहतरीन रहेगा आपके लिए।
तुला :-
तुला राशि वाले जातकों की जब हम बात करते हैं तो आप फैशनेबल होते हैं जैसा कि वृषभ राशि वाले जातक भी होते हैं। रेडिमेड गारमेंट्स की तरफ आपको जाना चाहिए। विशेष तौर पर तुला राशि वाले जातक व्हाइट गोल्ड की ओर जाते हैं, लग्जरियस वाहन की ओर जाते हैं और इसके साथ में रजत, सिल्वर प्रचुर मात्रा में खरीदते हैं तो आपके लिए एक बेहतरीन स्थिति रहने वाली है। ये सारे के सारे आइटम्स आपको जरूर खरीदने चाहिए। इलेक्ट्रानिक गेजेट भी यदि आप खरीदना चाहते हैं कुछ भी तो जो एनटरटेनमेंट को बढ़ावा देने वाली चीजों हों उन्हें जरूर खरीदना चाहिए। शुक्र कला प्रेमी भी है यदि कोई यूथ भले ही लड़का चाहे लड़की हो उसकी संगीत में रुचि है। वो भले ही गिटार खरीदना चाहें या हार्मोनियम खरीदना चाहे उसे इस दिन ये पर्चेजिंग की तरफ जरूर जाना चाहिए। खीर आपको भी बनाकर खानी चाहिए वो भी डोरा मिश्री के भीतर। चावल की मात्रा वृषभ राशि वालों के चावल की मात्रा थोड़ी सी कम हो, तुला राशि वालों के लिए खीर में चावल की मात्रा थोड़ी सी अधिकता और प्रचुरता लिए हो। याद रखिये केसर नहीं डालनी है आपको। पूर्ण रूप से सफेद रंग की खीर बनती है उसे ही आपको भोग के रूप में प्रयुक्त करना चाहिए और फिर खुद भी उसका प्रसाद ले लेना चाहिए।
वृश्चिक :-
वृश्चिक राशि वाले जातकों की जब भी हम बात करते हैं तो आपको भी भूमि पूजन की ओर जाना चाहिए। गमले लेकर आएं और इसके साथ में मिट्टी का गुल्लक लेकर आएं बच्चों के लिए तो एक बेहतरीन स्थिति रहती है आपके लिए। तांबा खरीद सकते हैं, सोना खरीद सकते हैं, द्वी धातुएं खरीदकर अपने घर में रखा जा सकता है। वृश्चिक राशि वाले जातकों को इस दिन कौडिय़ां जरूर खरीदनी चाहिए और पूजा स्थान में रखनी चाहिए। वैसे तो सारे ही राशि वाले जातकों को कौडिय़ां जरूर खरीदनी चाहिए। लेकिन वृश्चिक राशि वाले विशेष तौर पर ध्यान रखें। मेष और वृश्चिक राशि वालों को एक चीज और ध्यान रखनी चाहिए कि दीपोत्सव के लिए दीये भी हम इसी दिन पर्चेज करें।
धनु :-
अब जब हम धनु राशि वाले जातकों की बात करते हैं। आपको आयुष्य में वृद्धि के लिए गुड़ और आटा मिश्रित हलवा खाना चाहिए और इसके साथ में पीतल खरीदना चाहिए। पीतल आपके लिए एक बेहतरीन स्थिति का निर्माण करने वाले होते हैं। स्वर्ण धातु आप खरीद सकते हैं। कोई व्यक्ति यदि गुरु जनित व्याधियों से परेशान है और वो पुखराज खरीदना चाहे जिससे हम टोपाज भी कहते हैं, खरीदना चाहे तो एक बेहतरीन सौदा रहता है आपके लिए। इस तरह लक्ष्मी प्राप्त करने के लिए यदि आप कोई भी फिक्स इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं। धनतेरस का दिन आपके लिए मुफीद रहता है।
मकर :-
मकर राशि वाले जातकों की जब भी हम बात करते हैं तो आपको हाथी दांत की बनी हुई वस्तुएं खरीदनी चाहिए। शनि का प्रमुख धातु है लोहा। तो लोहा तो हम इस दिन खरीदन नहीं सकते। आप कोई भी मशीनरी जरूर पर्चेज करें। भले ही वो किचन के लिए हो या फिर पुरुष चाहें तो एक छोटा-सा इलेक्ट्रोनिक शेवर भी प्रयोग करे। जिसमें ब्लेड आगे जो आती है वो स्टील की होती है। स्टील भी शनि का ही धातु है। एक तरह से लोहे का ही प्रारूप है तो आप मशीनरी की तरफ जरूर जाएं। पंच धातु से निर्मित कोई भी वस्तु खरीदते हैं तो आपके लिए बेहतरीन रहेगा। इसके साथ में लेदर का आइटम आप जरूर पर्चेज करें। लेदर के साथ-साथ आप शूज पर्चेज करते हैं। शनि लगातार संघर्षशील रखते हैं चलायमान रखते हैं तो आप शूज पर्चेज करते हैं तो एक बेहतरीन स्थिति आपके लिए रहती है।
कुंभ :-
यही बात कुंभ राशि वाले जातकों के लिए भी लागू होती है। आप लेदर खरीद सकते हैं। लेदर के साथ-साथ इलेक्ट्रोनिक आइटम्स की तरफ भी आप जा सकते हैं। हाथी दांत से बनी हुई वस्तुएं खरीदें। पंच धातु मशीनरी उपयोग में लेकर आने वाले हो, हमें जरूर खरीदना चाहिए। कोई यूथ फुल में बच्चा है वो साइकिल की डिमांड कर रहा है तो वो भी एक तरह से मशीनरी और स्टील के प्रतिबिम्ब के रूप में साबित होती है और चलायमान भी रहती है लगातार। तो ये भी खरीद सकते हैं। कामर्शियल व्हीकल आपको खरीदना है तो मकर और कुंभ राशि वाले जातकों के लिए ये दिन सर्वश्रेष्ठ होता है। इस दिन आप खरीद सकते हैं। मैं यहां एक और विषय से भटकाव वाली स्थिति है तो बात क्लीयर करता चलूं। कई लोग मना करते हैं कि शनिवार के दिन वाहन मत खरीदो। ये लोहे का प्रारूप है। मशीनरी है जनाब वो। और मशीनरी लगातार चलायमान रहती है और हमारे यहां कहा भी गया है कि थावर कीजिये थापना और बुध कीजै व्यापार। यानि कि थावर का प्रारूप है यानि कि शनिवार इस स्थावर के प्रारूप के रूप में है लगातार लम्बे समय तक उस मशीनरी को चलायमान रखता है इसलिए शनि जनित व्यवस्थाओं में मकर और कुंभ राशि वाले जातकों को निश्चित तौर पर मशीनरी खरीदनी ही चाहिए। आयुष्य के लिए आपको शनि मंदिर में इस दिन दर्शन जरूर करके आने चाहिए।
मीन :-
अब यदि हम बात करते हैं मीन राशि वाले जातकों की। मीन राशि वाले जातकों को पीत वर्णीय कोई भी क्लोथ जरूर पर्चेज करना चाहिए। महिलाएं है तो उन्हें पीली साड़ी पर्चेज करनी चाहिए। पुरुष है तो यलो शर्ट आप पर्चेज कर सकते हैं। भले ही यलो हैंकी पर्चेज करें तब भी आपके लिए एक बेहतरीन स्थिति होगी। पीले हजारे के फूल जो आते हैं उस दिन आपको ईश्वर के मंदिर में वो जरूर चढ़ाने चाहिए। और इसके साथ में पीतल की धातु जरूर खरीदें स्वर्ण धातु आपको भी जरूर खरीदनी चाहिए।
तो ये चर्चा रही 12 ही राशि वाले जातकों की कि उन्हें कौन-कौन सी धातुएं खरीदनी चाहिए जिससे महालक्ष्मी स्थिर कदमों के साथ में हम सभी के घरों में विराजमान हों। श्लोकों में कहा भी कहा गया है कि अप्राप्त्य लक्ष्मी, प्राप्त्यर्थं यानि कि जो अभी तक लक्ष्मी का स्वरूप हमें प्राप्त नहीं हुआ है वो हमें प्राप्त हो और जो हमारे पास में लक्ष्मी विराजित हैं वो भी चिरकाल के लिए संरक्षित हो। तो ये हर व्यक्ति की इच्छा और आकांक्षा रहती है कि मां लक्ष्मी इसी तरह उनके घर में विराजें। धनतेरस के दिन आप भी ये सारे के सारी चीजों की खरीदारी करें और इसके साथ में आपको शाम के समय यम दीप दान करना चाहिए। एक दीया ले लीजिये इस बार यम दीप दान का मुहूर्त विषकुंभ योग रहेगा। चन्द्रमा कन्या राशि के रहेंगे और साथ में सोम प्रदोष भी है इस दिन। आप इस दिन विशेष तौर पर एक दीया लीजिये। सरसों का तेल भरिये और पांच-पताशे, आठ-चौदह के बीच में दक्षिण दिशा की ओर इस दीप को जलाना चाहिए। जितनी भी अकाल मृत्यु की और भय की संभावनाएं रहती है और जो हमारे मन में अकारण भय इस भागमभाग की जिंदगी में सताए हुए रहते हैं वो सारे के सारे दूर होते हैं और व्यक्ति आत्मिक आनंद के साथ लगातार आगे बढ़ पाता है। ये त्यौहार आपके लिए अनन्त उमंग और आशाओं भरा हो। आप लगातार प्रफुल्लित रहें, प्रसन्नचित्त रहें और अपने जीवन को प्रगतिशीलता की ओर चलायमान रखें यही मेरी कामना है। मैं ईश्वर से हमेशा यही प्रार्थना करता हूं कि लोगों कि समस्याएं हमारे लिए टकसाल कभी भी नहीं बनें। मेरे लिए उनकी समस्याएं संवेदनाएं हैं, एनपैथिक एप्रोच है। इस धनतेरस से लेकर भैय्या दूज तक मैं लगातार यही प्रार्थना ईश्वर से करता रहूंगा कि हमारे मन में इसी स्थिरता का वास हो और हम लगातार आपकी सेवार्थ कार्यों में जुटे रहें। तब तक के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।

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