
यदि आप अच्छे कम्युनिकेटर है, कम्युनिकेशन स्कील्स बहुत अच्छी है, मेन मैनेजमेंट में आपको महारथ हासिल है, व्यक्ति प्रबंधन जिसे कहते हैं या फिर मैनेजमेंट का कोई भी कार्य हो उसमें आपका कोई शानी नहीं है। आंकड़ों के साथ, स्टेस के साथ खेलने में यदि आपको मजा आता है तो ये मानकर चलना चाहिए कि बुध 12 भावों में अच्छी पोजीशन में विराजे हुए हैं। बुध जो कि हरित वर्णी है, बुध जो कि फिमेल इमोपटेंट प्लेनेट है, यानि नपुंसक ग्रह भी है जिनके साथ बैठते हैं उनकी ही क्वालिटी एक्सपेट कर लेते हैं। मिथुन और कन्या राशि में जहां स्वक्षेत्री होते हैं कन्या राशि में ये उच्चस्थ भी होंगे तो मूल त्रिकोण राशिस्थ भी होंगे। मीन राशि की जहां बात की जाए तो वहां पर बुध नीचस्थ होते हैं। कुंभ राशि में यदि 28 या 29 डिग्री के आसपास बैठे हुए हों उस राशि में मृतप्राय: हो जाएंगे और नीचाभिलाषी हो जाएंगे उस पोजीशन में बैठकर। यही बात सिंह राशि के साथ भी लागू होती है, यदि 28-29 डिग्री के साथ में यदि सिंह राशि में बुध बैठे हुए हों तो वो उच्चाभिलाषी होंगे और उच्च पद के ही रिजल्ट एक तरह से हमें करेंगे। यानि उच्च क्षेत्रीय होकर ही हमें रिजल्ट प्रदान करेंगे। अब इन कुंडली के 12 भावों के माध्यम से बुध कैसे-कैसे फल विक्षेपित करते हैं इसे जानने की आवश्यकता है। इसके साथ में बुध और सूर्य की युति जब कुंडली में बनती है तो बुद्धादित्य योग बनाती है जो कि कर्म क्षेत्र में व्यक्ति को नाम देती है और बुध और शुक्र का जब लक्ष्मी नारायण योग बनता है वो भी कीर्ति, धन और यश में चार चांद लगाने का कार्य करता है। बुध जब स्वक्षेत्री, स्वग्रही, उच्चाभिलाषी, उच्चस्थ या फिर मित्र क्षेत्र यहां बैठे हुए हों तो डिपलोमेसी जबरदस्त होती है व्यक्ति की। ऐसा व्यक्ति यदि वाणिज्य के फिल्ड से जुड़े तो बहुत ही अच्छे रिजल्ट लेकर आता है। चपलता देखते ही बनती है उसकी। आप उसकी चाल से भी अंदाजा लगा सकते हैं कि ये मिथुन और कन्या लग्न की कुंडली होगी या फिर बुध लग्न अच्छी पोजीशन में बैठे हुए होंगे। अब जब द्वितीय स्थान की हम बात करते हैं जो कि द्रव्य का स्थान है। इसके साथ वाणी का स्थान है और कुटुम्ब का स्थान है। कुटुम्ब के स्थान में सैकिंड हाउस में बुध यदि अच्छी पोजीशन में बैठे हुए हों तो परिवार में एक डिप्लोमेसी देने का कार्य करते हैं अपनी जुबान के माध्यम से उस व्यक्ति को। रोटेशन का जो भी बिजनस हो, ऐसा व्यक्ति यदि रोटेशन के बिजनस से जुड़े। बुध यदि सैकिंड हाउस में अच्छी पोजीशन में बैठे हुए हों और ऐसा व्यक्ति यदि रोटेशन के बिजनस से जुड़े तो अच्छा बेनिफिट कमाता है। कंस्ट्रक्शन का फील्ड हो गया, रियल एस्टेट का फील्ड हो गया, शेयर मार्केट का काम हो गया, अच्छे रिजल्ट देने वाले होते हैं बुध यहां बैठकर। अब बुध जब यहां बैठे हैं और कोई पापी ग्रह उनको दृष्टि गोचर कर रहे हों तो जुबान की जो मृदुभाषिता है उसको कम करने का कार्य करते हैं यहां बैठकर बुध। व्यक्ति खड़ी जुबान के नाम के रूप में जाना जाता है। अब हम पराक्रम स्थान की जब बात करते हैं तो पराक्रम स्थान में बैठकर बुध अपनी नैसर्गिक क्वालिटी के द्वारा एक भीरूता देते हैं, लेकिन वाणी में पराक्रम भी देते हैं। यदि बुध यहां कमजोर पोजीशन में हों तो भाई-बहिनों के सामंजस्य में कमी आती है। चतुर्थ स्थान जो कि द्वितीय केन्द्र स्थान है यहां बुध के फल नेष्ट है वो सुख को कम करने का कार्य करते हैं क्योंकि यहां के कारकेश होते हैं चन्द्रमा। और जब चन्द्रमा की राशि में बुध बैठ जाएंगे, चन्द्रमा के स्थान में बुध बैठ जाएंगे तो नुकसान करने का कार्य करेंगे ही करेंगे। यदि यहां अधिक कमजोर पोजीशन में बैठे हुए हों बुध यानि मीन के बुध बैठे हुए हों तो कई बार व्यक्ति जिन्दगी अपनी पूरी किराये के मकान में ही निकालता है, खुद की जमीन और छत तक नहीं खरीद पाता। अब जब पंचम स्थान जो कि ज्ञान का स्थान है, संतान का स्थान है, यहां बैठकर बुध व्यक्ति के ज्ञान में वृद्धि करने का कार्य करते हैं यदि अच्छी पोजीशन में बैठे हुए हों तो। ह्यूमर देखते ही बनता है उसकी बातचीत सुनने में लोगों को मजा आता है। चार्टेर्ड एकाउंटेंट का काम और सी.एस. का काम ऐसे लोगों के लिए बहुत ही अच्छा होता है। यानि कि इन क्षेत्रों में व्यक्ति को जाना चाहिए। अब जब षष्ठ स्थान की हम बात करते हैं जो कि त्रिक भाव भी है। यदि कमजोर है बुध तो थायराइड संबंधी परेशानियां देंगे, वाणी में ओज की कमी लाएंगे, कम्युनिकेशन में व्यक्ति बिलकुल नलीफाइड एप्रोच पर चला जाएगा उसका कम्युनिकेशन अच्छा नहीं होगा। लेकिन ऐसा व्यक्ति लोन लेने से पहले चार बार सोचेगा। मुझे ये लोन लेना है तो कैसे लोन है, उसे मैं चुकाऊंगा कैसे। बिजनस एक्सपांसन के लिए लोन है और कौन पोजीशन से। शत्रु पनपते हैं ऐसे व्यक्ति, लेकिन शत्रुओं के साथ में भी कार्डिनेशन बिठाने में बुध व्यक्ति को महारथ दे देते हैं यदि षष्ठ भाव में बैठे हुए हों तो। सप्तम भाव जो कि बिजनस पार्टनर का और लाइफ पार्टनर का स्थान है यहां बैठकर बुध वाणिज्य और व्यापार में तो अच्छी प्रगति देते हैं, लेकिन यदि पापी ग्रहों से दृष्ट हो जाएं, उनके साथ बैठ जाएं तो गृहस्थ जीवन में नुकसान करने का कार्य करते हैं बुध। क्योंकि इमर्पोटेंट प्लेनेट है, नपुंसक ग्रह है जिनके साथ बैठेंगे, जिनसे दृष्टिगोचर होंगे उनकी क्वालिटिज अपना लेंगे। इसलिए गृहस्थ भाव के हिसाब से बुध यदि अच्छी पोजीशन में नहीं बैठे हुए हों तो कुंडली का मिलान बहुत ही अच्छे से करना चाहिए। जब सातवीं दृष्टि से लग्न स्थान को यहां बैठकर देखेंगे तो चपलता देंगे उसके कार्य क्षेत्र में। अष्टम स्थान जो कि हिडन हाउस है, आयुष्य का स्थान है यदि ऐसा व्यक्ति लाइफ एंश्योरेंस के कार्य से जुड़े तो दिन-दूनी रात चौगुनी प्रगति करता है। अष्टम स्थान जो कि हिडन हाउस है, यहां यदि व्यक्ति बिजनस के या फिर मैनेजमेंट के फील्ड में पी.एच.डी. की तरफ जाए, अनुसंधान के क्षेत्र की तरफ जाए तो बढिय़ा रिजल्ट लेकर आता है। अब जब हम अष्टम स्थान की बात करते हैं और ऐसा व्यक्ति यदि व्यापार से जुड़ जाए तो उसके दो से तीन बिजनस बंद होते हैं। दो से तीन बिजनस बंद होने के बाद भी वो हार नहीं मानता। आगे बढऩे की ओर ही अग्रसर रहता है और व्यापार में सफलता लेकर आता ही है। अब जब हम नवम स्थान की बात करते हैं जो कि भाग्य स्थान है, दर्शन का स्थान है, जीवन के फिलोशिपी का स्थान है और आपके किस हिसाब से भक्ति भाव से जुड़ेंगे, धर्म से जुड़ेंगे ये सब कुछ तय होता है नवम स्थान से। भाग्य स्थान में बुध अच्छी पोजीशन में बैठे हुए हों तो भाग्य को अच्छा रिफलेक्ट करते हैं। व्यक्ति जब धर्म की बात करनी शुरू करता है तो बहुत ही अच्छे रिजल्ट लेकर आता है। उसकी बातचीत ओजपूर्ण होती है आसपास के लोग बैठकर सुनना पसंद करते हैं भले ही उसने किताब जिंदगी में नहीं उठाई हो। लेकिन दर्शन का नॉलेज उसका मनन-चिंतन इतना बढिय़ा होता है कि बातचीत सुनने में और ऐसे व्यक्ति से बातचीत करने में आनंदित और प्रफुल्लित महसूस करते हैं हम। दशम स्थान जो कि चतुर्थ केन्द्र है, कर्म स्थान है, पिता का स्थान है, प्रबंधन का स्थान है, बुध प्रबंधन में महारथ देंगे यहां बैठकर व्यक्ति को मेन मैनेजमेंट यहां बैठकर बुध व्यक्ति को कोलू का बैल नहीं बनाता। सिस्टेमेटिक एप्रोच से काम करने वाला बनाता है। यानि प्रबंधन में मास्टर माइंड होगा, कर्म क्षेत्र में उद्दत होगा, वाणिज्य और उसके फील्ड से यदि जुड़ेगा तो रिजल्ट बहुत ही अच्छे लेकर आएगा। अब जब हम लाभ स्थान की बात करते हैं जो कि एकादश स्थान है। एकादश स्थान पर यदि ये पापी ग्रहों के साथ में बैठ जाएं तो पुण्य फलों को उदय करने का काम करेंगे, भले ही नपुंसक ग्रह है क्योंकि दूसरों की क्वालिटी एडोप्ट करेंगे। यदि शनि के साथ इस पोजीशन में बैठ जाएं तो व्यक्ति गलत काम करके पैसा कमाने में भी गुरेज नहीं करेगा, लेकिन वाकपटुता, विट ह्यूमर शानदार होगी क्योंकि यहां बैठकर पंचम स्थान जो कि ज्ञान का भाव है बुध उसे देखेंगे। व्यय स्थान। व्यय स्थान में बैठकर बुध जो कि शैय्या सुख का स्थान है कमजोर हो जाए तो शैय्या सुख में न्यूनता लाने का कार्य करते हैं। यदि सूर्य इनके साथ में आकर बैठ जाएं तो शैय्या सुख में न्यूनता के साथ-साथ निद्रा में भी कमी और अभाव का कार्य देते हैं और जब सातवीं दृष्टि से बुध यहां देखते हैं तो थाइराइड संबंधी परेशानियों से व्यक्ति को और गुरु के अलावा बुध से भी आप मोटापे का आंकलन कर सकते हैं। भले ही चपलता देते हैं लेकिन द्वादश स्थान से बैठकर जब सातवीं दृष्टि स्थान को देखते हैं तो मोटापा बढ़ाने का भी कार्य करते हैं कई बार थायराइड जनित रोग की वजह से मोटापा बढऩे का कार्य बुध करते हैं। अब ये तो रही बारह भावों की बात। बुध कमजोर पोजीशन में बैठे हुए हों तो हमें नवीन द्रूवा किसी बगीचे से लेकर श्रीगणेश सम्मुख स्थापित करनी चाहिए प्रत्येक बुधवार को और श्रीगणेश के चरणों में चरणामृत चढ़ाकर विनायक के चरणों में भले ही आपके घर में जो मूर्ति स्थापित है उन्हें अच्छे से स्नान कराएं विनायक की मूर्ति को स्नान कराएं उसके बाद में उन्हें जब आप स्नान कराकर जो चरणामृत बचता है उसे अपनी जीभ पर लगाने का कार्य करते हैं तो भाषा की कीर्ति बढ़ती है। बुध भाषा की कीर्ति के द्योतक है ऐसी स्थिति में आपकी भाषा से यश बढऩा चाहिए, आपके कम्युनिकेशन से जो काम अच्छे होने चाहिए वो बढ़ते हैं। तो ये एक उपाय है बुध यदि कमजोर है तो उसके लिए। पन्ना आप पहन सकते हैं। पन्ना बुध के लिए बहुत ही अच्छे रिजल्ट देने वाला होता है। तो ये 12 भावों में बुध आपके जिस भी पोजीशन में बैठे हुए हों ऐसे रिजल्ट रिफलेक्ट करते हैं। इन रिजल्ट्स के माध्यम से आप भी अपने जीवन का प्रतिबिम्ब देखें और यदि बुध कमजोर है तो मैंने जो उपाय बताया है उसकी ओर आप जाएं तो लाभ मिलना सुनिश्चित है।
Comments
Post a Comment