
वृश्चिक राशि वाले जातकों के लिए नया साल 2019 ग्रह-गोचरीय व्यवस्थाओं से विभिन्नि क्षेत्रों में कैसा रहेगा और क्या उपाय लाभकारी रह सकते हैं इसकी चर्चा-विश्लेषण प्रस्तुत है। देव गुरु वृहस्पति राशि स्थान में ही विराजित रहेंगे। 29 मार्च से 23 अप्रैल तक वृहस्पति अतिचार होकर धनु राशि में प्रवेश करेंगे। जहां शनि और केतु पहले से विराजित। 5 नवम्बर के बाद अपना ट्रांजिट चेंज करके धनु राशि में ही जाने का कार्य कर चुके होंगे। स्वराशि स्थान में विराजित हो जाएंगे। शनि पूरे वर्ष वहीं थे। 30 अप्रैल से 18 सितम्बर के बीच वक्रगत स्थितियों का निर्माण करेंगे। राहू और केतु 6 मार्च को अपने स्थितियां लम्बे समय के बाद में परिवर्तित करेंगे। राहू कर्क से निकले मिथुन में प्रवेश किया वहीं ड्रेगन्स टेल केतु जिनका पर्याय ध्वज भी है, वो मकर से निकलकर धनु की ओर जाएंगे जहां शनि और केतु की युति बन रही है। साल की शुरुआत सूर्य और शनि की युति पिता और पुत्र की युति जो कि दोनों विपरीत प्रकृति वाले हैं। दोनों की प्रकृति विपरीत होने से गुण-धर्म भी अलग है किन्तु जो लक्ष्य अन्ततोगत्वा मंजिल-निष्कर्ष देने का कार्य है। सूर्य तपाते हैं और प्रकाश भी देते हैं जीवन में लगातार चलायमान रखते हैं फिर बताते हैं मंजिल क्या है। दोनों के परम लक्ष्य एक, किन्तु रास्ते बिलकुल विपरीत। ऐसे ग्रह साथ बैठेंगे तो कुटुम्बीय तनाव, पिता-पुत्र के संबंधों में तलखियां शुरुआत से ही देखी जा सकती है। एवर्ट की ओर जाना चाहिए। शुरुआत से गुरु और शुक्र की युति रहेगी जो कि 29 जनवरी तक साथ में रहेंगे। बाद में शुक्र और शनि की युति हो जाएगी जो लगभग 24 फरवरी तक साथ में रहने का कार्य करेगी। मार्च के विशेष की युति बुध और शुक्र का लक्ष्मी नारायण योग बनेगा। अप्रैल महीने में बुध और शुक्र की फिर से युति बनी हुई रहेगी वो भी मीन राशि के भीतर। 4 ग्रहीय योग बन रहा है 26 अगस्त के आसपास। जहां मंगल, सूर्य, शुक्र और बुध साथ में रहेंगे। 5 ग्रहीय योग इस साल के अंत में बनेगा तो फलाफल की दृष्टि से संघर्षों की स्थिति की संभावना रहेगी। संघर्ष आत्मसात करे तो निखर कर आ सकता है। शनि की साढ़े साती किसी अभिशाप की तरह नहीं ले, चिंतित और व्याग्र की आवश्यकता नहीं है। संघर्ष सामने हो और आंख मिलकर आगे बढ़ेंगे तो समस्याओं के समाधान भी निकलने लगते हैं। लग्न कुंडली में सूर्य नीचस्थ स्थितियों का निर्माण करने वाले हैं तो मकर संक्रांति के दिन तुलादान देना नहीं भूलें और यदि चन्द्रमा नीचस्थ स्थितियों में विरािजत है तो भी तुलदान जरूर देना चाहिए। गुरु स्वराशि में ही लंबे समय के लिए विराजित रहेंगे तो शिक्षा की दृष्टि से स्थितियां सुदृढ़ बनी हुई है। 6 मार्च तक थोड़ी बहुत दिक्कतें रह सकती है। बाद का समय बहुत ही फायेदमंद कहा जा सकता है। मैनेजमेंट, साहित्य, प्रशासनिक सेवा की तैयारियों के लिए यह साल बेहतरीन स्थिति में प्रतीत हो रहा है। टेक्नीकल, इंजीनियरिंग, आईटीआई कोर्स में आगे बढ़ रहे हैं उनके लिए भी अच्छी स्थितियां निर्मित हो रही है। साल के मध्यकाल के बाद विदेश जाकर पढऩे की संभावनाएं भी बनी हुई है। पढ़ाई पूर्ण के बाद विदेश जाना चाहते हैं तो परिणाम अनुकूल होंगे। इस समय विदेश चले गए तो लंबा समय बाहर निकलेगा। घर का मोह बना रहेगा, संभल कर चलें। टीन एजर्स के स्कील्स डवलप तथा शिक्षा के लिए समय अच्छा बना हुआ है। लव अफयर्स के चासेंज में भटकाव की उम्मीद इतनी नहीं है, किन्तु लम्बय समय से रिश्ते को सामंजस्य के साथ में बढ़ा रहे थे, घर वालों के सामने जाना चाहते हैं तो स्थिति अच्छी बनकर आ सकती है। जब देव गुरु वृहस्पति, जिनकी दृष्टि में अमृत हों, पंचम स्थान को देखते हों तो स्थितियां सुदृढ़ सामने आती है। संतान सुख से वंचित थे, संतान से सुख नहीं मिल रहा था उनके लिए 11 अक्टूबर 2018 के बाद से स्थितियां सुदृढ़ हो गई है। वैवाहिक संबंधों को लेकर अभिभावक परेशान थे या लम्बे समय से पति-पत्नी के बीच अलगाव की स्थिति थी, वहां भी सामंजस्य की स्थिति बन रही है। सिर्फ अगस्त और सितम्बर माह में ध्यान रख पाए जब सूर्य की स्थिति उस हिसाब की होगी उस समय आप संभल कर चल पाए तो अलगाव वाली स्थितियां दूर हो सकती हैं। हितकर स्थितियों का निर्माण होगा। भाग्य भी सपोर्टिव एप्रोच के साथ दिखाई दे रहा है। शनि और केतु जैसे ग्रह कुटुम्बीय व्यवस्थाओं में व्यवधान देने का कार्य भी कर सकते हैं। वाणी में मृदुभाषित बनी रही तो सामंजस्य बिठा पाएंगे। राशि की स्थितियों अनुसार संभलकर कदमताल रखें तो परिणाम अच्छे मिल सकते हैं। लिक्विडिटि के फ्लो को अपनी बुद्धिमता के साथ संभालें क्योंकि ज्यादा खर्चों के योग पूरे वर्ष पर्यन्त बना रखे हैं। अप्रैल, मई और जून में अज्ञात भय वाली स्थितियां भी निर्मित होती हैं। वहां पर सावधानी रखिये। अज्ञात भय की स्थिति में शिव की स्तुति चन्द्राष्टकम का पढऩ-वाचन-मनन करने से भय की जो भी स्थितियां है वो जीवन से हटने लगती है। सुखों की दृष्टि से अपेक्षानुरूप सुकून नहीं मिल पाता। कंस्ट्रक्शन करवाना चाहते हैं तो ये सुख मिलेगा, किन्तु वहां रह नहीं पाएंगे। सुखों की पूर्ण अनुभूति नहीं हो पाएगी। जॉब वालों के लिए ट्रांसफर हो सकते हैं। कामर्शियल वाहन इस साल खरीदने है तो हितकर संभावनाएं बनी हुई है। खुद के लिए वाहन खरीदना चाहते हैं, बदलना चाहते हैं, तो इस वर्ष रुकियेगा। लाभ भी इतने सपोर्टिव एप्रोच में नहीं दिखाई दे रहा है। क्योंकि वहां शनि अपने संबंध बनाने का कार्य कर रहे हैं तो लाभ दबे हुए रहते हैं। अगस्त-सितम्बर में हृदय रोगी सावधानी रखें। शुरुआती फरवरी-मार्च वहां भी हृदय रोगियों को ध्यान रखने की आवश्यकता। शुगर के मरीजों के लिए अप्रैल का महीना हितकर नहीं कहा जा सकता। सेल्स, मार्केटिंग, प्रमोशन से जुड़े हुए हैं तो अगस्त का महीना कन्फर्ट जोन बनाता हुआ प्रतीत होगा। वर्किंग महिला, फैशन से जुड़ी महिलाओं के लिए शुक्र और शनि की युति फरवरी माह में सामने आएगी, अच्छे परिणाम आ सकते हैं। शेयर मार्केट में फिक्स इन्वेस्टमेंट के लिए जो चाहते हैं उनके लिए अच्छी संभावना है। शिक्षा से संबंधित शेयर, लोजिस्टिक फील्ड के शेयर फायदेमंद है। फरवरी व मार्च माह में इंटराडिक को अवर्ट करने की तरफ जाएंगे तो बेहतरीय स्थितियों का निर्माण कर पाएंगे। सितम्बर-अक्टूबर के महीनों में खर्चों की अधिकता बढऩे की संभावना है। सावधानी से चलियेगा। व्यापार की दृष्टि से ये वर्ष अच्छा कहा जा सकता है। टेक्सटाइल इंडस्ट्री वालों के लिए दुविधा रह सकती है। प्रमोशन के लिए जुलाई का महीना हितकर स्थितियों वाला होगा। कॉरपेट कल्चर में भी परिवर्तन चाहते हैं ये महीना अच्छी संभावना वाला होगा। सिनेमैटोग्राफी, डायरेक्शन, फिल्म रिलीज आदि के लिए ये वर्ष हितकर संभावनाओं वाला है, किन्तु विवादों में रहने से बचियेगा। यदि शनि लग्न कुंडली के अंदर उïचस्थ विराजित है तो यहां पर साढ़े साती से भी इतना अधिक विचलित होने की आवश्यकता नहीं है। एक समय अंतराल के बाद साढ़े साती जून में कई बार बेनिफिट देती हुई प्रतीत होती है। विशेष तौर से चलायमान क्षेत्र में। उपासना की दृष्टि से साल की शुरुआत हनुमन्त उपासना से कीजिये। सुन्दर कांड का पाठ शुरुआती स्तर पर ही हो तो बहुत ही बेहतर। देव गुरु वृहस्पति के बीज मंत्र के साथ जाते हैं तो भी अच्छा। भूमिसूत के बीज मंत्र की एक माला का जाप भी सर्वश्रेष्ठ परिणाम दिखाई देंगे। संघर्ष के साथ अनुभव भी देगा ये साल इसलिए निरन्तरता से आगे बढ़ते चले जाएं।
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